जीवन मे हम लोगों ने इस वाक्य को कभी न कभी सुना जरुर होगा, और सुना ही नहीं होगा अपने ऊपर अपने सुभ्चिन्तकों द्वारा बोलते हुए भी पाया होगा ' चार लोग देखेंगे तो क्या कहेंगे '।
जब भी उन पलों को याद किया जाता है थोड़ी हंसी आती है लेकिन वो बड़ी ही विकट स्थिति होती थी जब आप पर आपके प्रियजनों (अधिकंशाथ आपके माता-पिता ) द्वारा बोला जाता था । मन ही मन बड़ा गुस्सा भी आता होगा की आखिर ये 'चार लोग हैं कौन?' जो हर बात मैं अड़ जाते हैं और जिनका डर बहुत ज्यादा व्याप्त है । अपनी मर्जी से कोई काम ही नहीं कर सकते । बचपन से लेकर आखिरी सांस तक इन चार लोगों का डर बहुत...